This book is intended to give a brief introduction to Indian philosophy systems. Each of these systems has undergone a great deal of development. It is impossible to adequately cover them all in this short work. This book aims to give the reader a better understanding of Indian philosophy. It does not attempt to teach him the details, but to help him understand the core ideas. Many modern students of philosophy have difficulty understanding the Indian problem.
An Introduction to Indian Philosophy
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Ahiran
0 out of 5(0)अहिरन –
प्रतिष्ठित असमिया लेखिका डॉ. इन्दिरा गोस्वामी के लघु उपन्यास ‘अहिरन’ का हिन्दी अनुवाद है। छत्तीसगढ़ में बहनेवाली अहिरन नदी पर निर्माणाधीन बाँध से सम्बन्धित इस उपन्यास का कथानक जीवन और जगत के महत्त्वपूर्ण चित्रों में रोशनी भरता है। इस रोशनी में मज़दूरों और इंजीनियरों का मानवीय पक्ष भी चमक उठता है। बाँध के निर्माण कार्य में व्यस्त श्रमिकों की प्रकट दुनिया का एक वास्तविक ब्यौरा तो यह उपन्यास प्रस्तुत करता ही है, साथ ही इनके अदृश्य संसार के अलौकिक रसायनों को भी विश्लेषित करता है। व्यापक फलक को समेटे हुए इस उपन्यास की कथा-संवेदना स्त्री-पुरुष सम्बन्ध की कई गाँठों को वैचारिक उत्तेजना में खोलती है। मानवीय पक्षधरता इस उपन्यास का वास्तविक पाठ है। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित लेखिका का एक रोचक उपन्यास।SKU: VPG8126318810₹75.00₹100.00 -
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Abhaga Painter
0 out of 5(0)अभागा पेंटर –
वह कई बार अपनी बनाई हुई पेन्टिंग फाड़ चुका था। जो भाव वो चाह रहा था वो आ नहीं पा रहा था। वो चाहता था कि पेन्टिंग को देखकर व्यक्ति उसे देखता रह जाये तथा उसे सजीव होने का अहसास हो। वो महान चित्रकारों के स्तर का भाव उतारना चाह रहा था। उसकी इच्छा होती थी कि वो रात में भी उसी कमरे में सो जाये तथा रात के सन्नाटे में पेन्टिंग बनाये। लेकिन जेल प्रशासन ने इसकी अनुमति उसे नहीं दी।
आख़िर उसकी मेहनत रंग लायी एवं एक रचना ने अपनी आकृति प्राप्त कर ली। पेन्टिंग का विषय दिल को छू लेने वाला था ‘एक स्कूल की बच्ची स्कूल की ड्रेस में अपना स्कूल बैग लिए, उदास खड़ी हुई है। उसके सामने एक तरफ़ एक व्यक्ति बढ़ी हुई दाढ़ी-मूँछों के साथ क़ैदी के कपड़ों में जेल की सलाख़ों के पीछे खड़ा हुआ उसे बे-नज़रों से देख रहा है तथा दूसरी तरफ़ बादलों के पीछे परी जैसे सफ़ेद कपड़ों में एक महिला असहाय होकर बिटिया को निहार रही है। बिटिया आँखों में आँसू लिए हुए उस महिला को देख रही है। तीनों आकृतियों की आँखों में बेचैन कर देने वाली पीड़ा एवं दुख है।’ चित्र को इतनी सफ़ाई से बनाया गया था कि देखने वाला वेदना से कराह उठता था। चित्र क्या था, दुखों एवं वेदना की एक पूरी गाथा थी।
डिप्टी साहब ने जब पहली बार चित्र को देखा तो वह देखते ही रह गये। उन्हें पहली बार महेन्द्र के व्यक्तित्व की गहराई का अहसास हुआ। उनके मुख से निकल पड़ा ‘एक महान कालजयी वैश्विक रचना।’
फिर उन्होंने भावावेश में आकर महेन्द्र को गले से लगा लिया—’महेन्द्र बाबू आपको यह कृति बहुत ऊँचाई पर ले जायेगी। इसे मैं स्वयं दिल्ली लेकर जाऊँगा।’ महेन्द्र तो अभी भी उस कृति की रचना प्रक्रिया में ही खोया हुआ था। वह अभी भी सामान्य मनोदशा में लौट नहीं पाया था।—इसी उपन्यास सेSKU: VPG8194928706₹337.00₹450.00 -
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Aadhunik Hindi Gadya Sahitya Ka Vikas Aur Vishleshan
0 out of 5(0)आधुनिक हिन्दी गद्य साहित्य का विकास और विश्लेषण –
प्रख्यात आलोचक विजय मोहन सिंह की पुस्तक ‘आधुनिक हिन्दी गद्य साहित्य का विकास और विश्लेषण’ में आधुनिकता को नये सिरे से परिभाषित और विश्लेषित करने की पहल है। काल विभाजन की पद्धति भी बदली, सटीक और बहुत वैज्ञानिक दिखलाई देगी।
साहित्य के विकासात्मक विश्लेषण की भी लेखक की दृष्टि और पद्धति भिन्न है। इसीलिए हम इस पुस्तक को आलोचना की रचनात्मक प्रस्तुति कह सकते हैं।
पुस्तक में आलोचना के विकास क्रम को उसके ऊपर जाते ग्राफ़ से ही नहीं आँका गया है। युगपरिवर्तन के साथ विकास का ग्राफ़ कभी नीचे भी जाता है। लेखक का कहना है कि इसे भी तो विकास ही कहा जायेगा।
लेखक ने आलोचना के पुराने स्थापित मानदण्डों को स्वीकार न करते हुए बहुत-सी स्थापित पुस्तकों को विस्थापित किया है। वहीं बहुत-सी विस्थापित पुस्तकों का पुनर्मूल्यांकन कर उन्हें उनका उचित स्थान दिलाया है।
पुस्तक में ऐतिहासिक उपन्यासों और महिला लेखिकाओं के अलग-अलग अध्याय हैं। क्योंकि जहाँ ऐतिहासिक उपन्यास प्रायः इतिहास की समकालीनता सिद्ध करते हैं, वहीं महिला लेखिकाओं का जीवन की समस्याओं और सवालों को देखने तथा उनसे जूझने का नज़रिया पुरुष लेखकों से भिन्न दिखलाई पड़ता है। समय बदल रहा है। बदल गया है। आज की महिला पहले की महिलाओं की तरह पुरुष की दासी नहीं है। वह जीवन में कन्धे से कन्धा मिलाकर चलनेवाली आधुनिक महिला है। वह पीड़ित और प्रताड़ित है तो जुझारू, लड़ाकू और प्रतिरोधक जीवन शक्ति से संचारित भी है।SKU: VPG9326352475₹562.00₹750.00
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