कंपनी शासन के अधीन भारत में शिक्षा 1600-1857 (company shasan ke adhin Bharat mein Shiksha)
प्रस्तुत पुस्तक कंपनी शासन अधीन भारत में शिक्षा, शिक्षा के इतिहास में महत्वपूर्ण हैं। विभिन्न साधन खोलों के आधार पर तथा आधुनिक अनुसंधानों को समावेश कर इस पुस्तक की रचना की गई है। भारत में पहले से प्रचलित प्राचीन एवं मध्यकालीन शिक्षा के इतिहास में इस काल में आमूल-चूल परिवर्तन किए गए। यूरोपीय शिक्षा-व्यवस्था में संशोधित एवं परिवर्द्धित कर भारत-भूमि पर लागू किए गए। कंपनी सरकार की मूल भावना फूट हालो और शासन करो की मंशा थी। पारंपरिक भारतीय शिक्षा और मध्यकालीन शिक्षाओं के बीच तोड़ मरोड़ कर कंपनी काल में शिक्षा व्यवस्था लागू करने में तत्कालीन सरकार सफल हुदा इस समय हिन्दू-शिक्षा, इस्लामिक शिक्षा को दबाते हुए मिशितरी शिक्षा को सर्वोपरी बनाया गया। कंपनी सरकार की सोच थी कि भारत के लोग वेष-भूषा में भारतीय रहे किंतु मानसिक और चिंतन में अंग्रेज रहें।" इसों की पूर्ति हेतू स्कूल-कॉलेज खोले गए। अनेक नियम-परिनियम बनाये गए तथा कई शिक्षा आयोग भी स्थापित किए गए। जैसे मैकाले का शिक्षा रिपोर्ट 1835 ई० तथा मैगनाचा, कई रिपोर्ट महत्वपूर्ण थे। कंपनी सरकार में पारंपरिक शिक्षा को पंगु बना दिया गया तथा अंग्रेजी शिक्षा पर अधिक जोर दिए गए। इसी के तहत कंपनी शासन के अधीन प्रसाशन चलती रही। लेखन ने कंपनी काल के शिक्षा के विविध प्रकारों एवं विभिन्न आयामों का सांगोपान अध्ययन किया है। यह पुस्तक शिक्षा के इतिहास में नया उपहार है। इतिहास से विदित है कि अंग्रेज व्यापारी के रूप में भारत आये परंतु यहाँ की राजनीतिक उथल-पुथल का लाभ उठाकर शासक बन बैठे। अब इनका एक मात्र लक्ष्य यहाँ की शिक्षा तथा संस्कृति में बदलाव करने को थी। इसी उद्देश्य से ब्रिटिश संसद द्वारा समय-समय पर भारत में विभिन्न शैक्षिक नीतियों को थोपा गया जो कि अंग्रेजों के अनुकूल थी। ये नीतियाँ भारतीय परम्परागत शिक्षा व्यवस्था के विपरित थी एवं पाश्चात्य शिक्षा व्यवस्था को घोषित कर रही थी। इसी क्रम में 1813 तथा 1833 का चार्टर एक्ट, मैकाले सिद्धान्त, वुड डिस्पैच, भारतीय शिक्षा आयोग, भारतीय विश्वविद्यालय आयोग, सैडलर आयोग, हाटीग आयोग, एक्ट-वुड रिपोर्ट, जेष्ट योजना आदि महत्वपूर्ण योजनाओं ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था में बहुत हद तक परिवर्तन कर दिया जिसका प्रतिफल आज भी दृष्टिगोचर है।
₹ 320 ₹400
400
Pages : | 153 |
Made In : | India |